भगवान की लकड़ी कहलाने वाली ये लकड़ी बाजार में बिकती है सोने के भाव, खेती कर किसान भी रातों-रात हो सकते हैं करोड़ों के मालिक आज कल किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए तरह-तरह की खेती करते हैं आज हम आपको बताएंगे एक ऐसे पेड़ की खेती के बारे में जिसकी लकड़ी का भाव बाजार में सोने के समान है। इस पेड़ की खेती से कोई भी बहुत ही जल्द मालामाल बन सकता है। इस पेड़ की लकड़ी बाजार में हर कोई नहीं खरीद पाता क्योंकि इसकी कीमत चुकाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। आइये जानते हैं कौनसा है ये पेड़।
जानिए कहाँ होती है ये लकड़ी
इस पेड़ का नाम है अगरवुड इस पेड़ की खेती नागालैंड्, आसाम, मणिपूर और केरल में और इसके आस-पास के क्षेत्रों में की जाती है। ये पेड़ भारत के साथ चीन, मलाया,लाओस,कम्बोडिया,सिंगापूर,मलक्का,भूटान,बांग्लादेश,म्यांमर आदि में पाया जाता है। इस पेड़ लकड़ी को एक लम्बी प्रक्रिया के बाद तैयार किया जाता है। जिसके बाद इसे बहुत ही ऊँची कीमतों में बेचा जाता है। अगरवुड की लकड़ी में बैक्टीरिया, फंगस, कीड़े मकोड़े और चिट्टियों के लार से जब पेड़ का हिस्सा खराब होने लगता है। और पेड़ उस हिस्सा को अपने रस जख्मों को भरता है। जिसके बाद तैयार होती है भारत में पायी जाने वाली सबसे महंगी लकड़ी।
कीमत है लाखों में
अगरवुड की कीमत लाखों में होती है क्योंकि यह बहुत ही मूल्यवान लकड़ी होती है। इससे अगरबत्ती और सुगंधित उबटन बनाए जाते हैं। इससे कई बिमारियों का इलाज भी किया जाता है अगरवुड एक औषधि का काम भी करती है। इसकी लकड़ी से तेल भी निकलता है जो लाखों रुपये प्रति किलो तक बिकता है। जिससे बहुत ही ज्यादा आमदनी भी होती है। अगरवुड की लकड़ी बहुत ही कीमती मानी जाती है। जिस कारण इसकी खेती कर किसान भी करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं।