गोबर की बिक्री से गांव के लड़के ने महीनो के अंदर ही कर दी नोटों की बारिश, देखिये इस शानदार बिज़नेस के बारे में महंगाई दिनों के साथ बढ़ रही है और बेरोजगारी की समस्या भी देश में बहुत बड़ी हो गई है। रोजगार के बिना लोगों के लिए घर चलाना बहुत कठिन काम हो गया है। राज्य सरकारें बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए विभिन्न उपाय ढूंढ़ रही हैं। प्रदेश सरकार ने भूमिहीन मजदूरों, किसानों और गौपालकों के लिए गोधन न्याय योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत सरकार मजदूरों, किसानों और गौपालकों से गोबर खरीद रही है।
यह भी पढ़ें Indian Oil: की तरफ से लांच हुआ शानदार Solar चूल्हा, अब बिना बिजली के बनेगा खाना
सरकार की स्कीम गोधन योजना से मिला लाभ
सरकार द्वारा शुरू की गोधन योजना का मुख्य उद्देश्य है कि बेरोजगार लोगों को रोजगार मिले और उनकी आय में वृद्धि हो। इस योजना के माध्यम से बेमेतरा जिले के गांव भांड के किसानों की जीवनशैली में बदलाव आया है। उदाहरण के रूप में, एक किसान ने बताया कि पहले उन्होंने गोबर का खास ध्यान नहीं दिया था और नहीं इसे बेचने का कोई अंदाज़ा रखा था। लेकिन जब से गोधन योजना शुरू हुई है, तब से गोबर का महत्व बढ़ गया है। अब वह नियमित रूप से गोबर बेचते हैं और उनके खाते में पैसे आते हैं।
गोबर बेचकर कमाया मुनाफा
किसान राकेश यादव ने बताया कि उन्होंने अब तक कुल 22,684 किलो गोबर बेच चुके हैं और इससे उन्हें 45,368 रुपए की कमाई हुई है। इसके बाद, उन्होंने एक अच्छी नस्ल की जर्सी गाय खरीदी है जिससे वह दूध बेचकर प्रतिमाह 12,000 से 15,000 रुपए तक कमाते हैं। वक्त के साथ-साथ लोग गोबर का उपयोग करना भी कम कर रहे हैं। पहले गोबर से उपल बनाया जाता था और उन उपलों से घरों में चूल्हा जलाया जाता था। लेकिन अब गैस का उपयोग बढ़ रहा है और मिट्टी के चूल्हे का उपयोग घट रहा है।