दिसंबर 2021 में जब Shark Tank का स्वदेशी संस्करण जारी किया गया, तो इसने पूरे देश में तूफान खड़ा कर दिया। सोनी टीवी पर आने वाले शार्क टैंक शो ने देश भर के उद्यमियों में एक नया जोश जगा दिया है। Shark Tank शो में विभिन्न शहरों से अलग-अलग विचारों के साथ हजारों उद्यमी आए और देश के बड़े शार्क से धन जुटाने की कोशिश की। कमाल की बात यह है कि डिटेचेबल स्लीव से लेकर केले के चिप्स, टाइमिंग डिवाइस और मोमोज बनाने वाली कंपनियों तक की कतार लगी रही।
शार्क टैंक शो में 7 जज थे। इनमें नमिता थापर, पीयूष बंसल, अमन गुप्ता, विनीता सिंह, ग़ज़ल अलघ और अशनीर ग्रोवर शामिल थे। देशभर में इनकी खूब चर्चा भी हुई।
हाल ही में नमिता थापर ने एक किताब लिखी है- द डॉल्फिन एंड द शार्क। इस पुस्तक में उन्होंने बताया है कि कैसे Shark Tank जैसे कार्यक्रम भारत जैसे युवा उद्यमियों को देश में स्टार्टअप्स की अधिक जागरूकता और पहचान दिलाने में मदद कर सकते हैं।
एमक्योर फार्मा की कार्यकारी निदेशक नमिता थापर ने कहा है कि शार्क टैंक के पहले सीजन में देश भर के लोगों के बीच जिस तरह का क्रेज देखा गया, वह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक बड़े संदेश की तरह है।
नमिता थापर ने कहा कि उनकी खुद की व्यावसायिक यात्रा शार्क टैंक इंडिया से नेतृत्व और अनुभवों के सबक को एक किताब में समेटे हुए है। पुस्तक, द डॉल्फिन एंड द शार्क: लेसन्स इन एंटरप्रेन्योरशिप, व्यावहारिक और भावनात्मक अंतर्दृष्टि के बारे में है जो नमिता की उद्यमशीलता यात्रा को विस्तार से बताती है।
नमिता ने कहा है कि भारत जैसे देश में युवाओं के पास महान विचार हैं और उन्हें फंडिंग या उनके मूल्यांकन से लेकर उनके पोषण तक शार्क टैंक जैसे कार्यक्रम बहुत मददगार साबित हो सकते हैं।