Saving Account: जब लोग नौकरी बदलते हैं, तो कंपनी उनका वेतन खाता खोलती है। कई बार लोग ज्यादा ब्याज के ब्याज में बचत खाता खुलवाते हैं। ऐसे में उनके पास कई सेविंग अकाउंट हैं। इसके बाद लोगों को इन मल्टीपल अकाउंट को मैनेज करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते लोगों ने अपना खाता बंद कर दिया है। लेकिन सेविंग अकाउंट बंद करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। ऐसा न करने पर बाद में पछताना पड़ सकता है।
निष्क्रिय पड़े बड़ी संख्या में खाते
हाल ही में विश्व बैंक ने अपनी ताजा ग्लोबल फाइंडेक्स रिपोर्ट में बताया था कि साल 2021 में एक तिहाई भारतीय बैंक खाताधारकों का खाता निष्क्रिय था। ऐसे खाताधारकों में से आधे ने जवाब दिया कि खाते के निष्क्रिय होने का कारण इसका उपयोग नहीं करना था। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में बड़ी संख्या में लोगों के बचत खाते निष्क्रिय पड़े हैं यानी उनमें कोई लेन-देन नहीं हो रहा है.
लोगों ने बचत खाते का इस्तेमाल बंद किया
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लोग एक समय के बाद एक या दो सेविंग अकाउंट का ही इस्तेमाल करते हैं। वे शेष खातों का उपयोग करना बंद कर देते हैं। ऐसे खाते निष्क्रिय रहते हैं। लेकिन आरबीआई के नियम के मुताबिक खाते में पैसा नहीं रखने पर चार्ज देना होगा।
अगर आप खाता बंद कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें
1- अगर आप अकाउंट बंद कर रहे हैं तो सबसे पहले अपना ऑटोपेमेंट मोड ऑप्शन बंद कर दें। यह विकल्प आपके बचत खाते से ऋण ईएमआई, बिल भुगतान आदि के स्वचालित जमा के लिए है। इसे बंद करना बहुत जरूरी है।
2- बचत खाता बंद करने से पहले खाते का पूरा विवरण निकाल कर डाउनलोड कर रख लें। हो सके तो इसका एक पिंट निकाल कर रख लें। इसकी कभी भी जरूरत पड़ सकती है। इसे बनाए रखना जरूरी है।
3- खाता बंद करने से पहले आप यह भी पता कर लें कि इसके लिए आपको कितना भुगतान करना होगा। अलग-अलग बैंकों में अकाउंट बंद करने के नियम भी अलग-अलग होते हैं। कई बैंकों में यह चार्ज तब लगाया जाता है जब खाता खोलने के बाद एक साल के भीतर खाता बंद किया जा रहा हो।
4- अपना बचत खाता बंद करने से पहले यह भी जांच लें कि कहीं वह ईपीएफओ और आयकर विभाग के खाते से लिंक तो नहीं है। अगर यह लिंक है तो इसे तुरंत हटा दें। ताकि आपको कोई परेशानी न हो।