RBI Interest Rate Hike: अगस्त महीने के आंकड़ों में महंगाई दर बढ़कर 7 फीसदी हो गई है. वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा है. 23 सितंबर को रुपया एक डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर ₹81 के पार चला गया। इन हालातों पर काबू पाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। एक्सपर्ट्स ने ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं।
महंगाई बढ़ने से बढ़ी चिंता
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 13 सितंबर को खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए थे, जिसमें अगस्त में देश की खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 7.0 प्रतिशत हो गई थी। जबकि पिछले महीने जुलाई में खुदरा महंगाई दर 6.71 फीसदी कम थी. महंगाई दर में बढ़ोतरी ने आरबीआई को चिंता में डाल दिया है।
पोल में 50 आधार अंकों की वृद्धि का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक 30 सितंबर को होनी है। विश्लेषकों का मानना है कि इस बैठक में महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की जा सकती है. रॉयटर्स द्वारा सर्वेक्षण किए गए 51 में से 26 विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई 50 आधार अंकों की वृद्धि के साथ रेपो दर को 5.90 प्रतिशत तक ले जाएगा। वहीं, 20 विशेषज्ञों ने 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की संभावना जताई है।
एक्सपर्ट्स ने दिए ब्याज दरें बढ़ाने के संकेत
बार्कलेज बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट इंडिया राहुल बाजोरिया ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावनाओं पर कहा कि 30 सितंबर को एमपीसी की अगली बैठक में महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी का रास्ता साफ होता दिख रहा है. क्योंकि अगस्त महीने के महंगाई के आंकड़े पिछले महीने के मुकाबले ज्यादा हैं.
सभी तरह के कर्ज होंगे महंगे
अगर आरबीआई ब्याज दरें बढ़ाता है, तो सभी सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक कर्ज की एमसीएलआर दरों में वृद्धि करेंगे। इससे सभी तरह के कर्ज की ब्याज दरें बढ़ेंगी। इसके परिणामस्वरूप, ऑटो ऋण, व्यक्तिगत ऋण, गृह ऋण सहित अन्य प्रकार के ऋणों पर उच्च ब्याज दर का भुगतान करना होगा। इसके अलावा ईएमआई की राशि भी बढ़ेगी।
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