गुठली के साथ खाते हैं लोग इस फल को, पुरे साल में मात्र 3 महीने मिलता है ये फल, जानिए इस फल का नाम और काम आज जिस फल की बात कर रहे है उस का नाम काफल नाम है। ये भारत का एक ऐसा फल जिसको गुठली के साथ खाते हैं लोग इस फल को। चलिए जानते है कहाँ पाया जाता है ये फल।
कहाँ पाया जाता है ये फल
ये फल आपको बहुत ही कम जगह पर देखने को मिलेगा और साथ ही आपको बता दे की ये फल साल के पुरे 3 ही महीने आते है काफल मिरिका एस्कुलेंटा उत्तरी भारत और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र, मुख्यत हिमालय के तलहटी क्षेत्र मैं पाया जाने वाला एक पेड़ या विशाल झाड़ी है। ग्रीष्मकाल में इस पर लगने वाले फल पहाड़ी इलाकों में विशिष्ट रूप से लोकप्रिय हैं। इसकी छाल का प्रयोग चर्मशोधन (टैंनिंग) के लिए किया जाता है। इसका स्वाद काफी अच्छा होता है ये फल थोड़ा कट्टा और मीठा होता है।
कैसे की जाती है खेती इस फल की
इस फल की खेती करने के लिए सबसे इस फल की बेजो की जरूरत होती है उसके बाद इस फल के बीजो को तैयार किया जाता है उसके बाद तैयार किये गए बेज को खेतों लगा दिया जाता है पर उससे पहले खेतो को तैयार किया जाता है उसके बाद पौधो को लगा दिया। कुछ दिन पौधो अपने आप बड़े होने लगते है करीबन 3 साल बाद इन पौधो में से फल आने लगते है।
कितनी होगी कमाई
जैसा आपको बता दे की बाजार में इस फल की कीमत 300 रूपये किलो है। अगर आप इस फल की खेती करते है तो गुना मुनाफा देखने को मिलेगा। आप इस फल की खेती एक से दो एकड़ की जगह पर भी कर सकते है जिससे आपको करीबन महीने का 40 से 50 हजार का मुनाफा देखने को मिलेगा।