Organic Farming: आज के समय में कई बीमारियां हैं। इसका कारण सब्जियों में रसायनों की अधिक मात्रा होना है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमे केमिकल फ्री खेती करने का फैसला करना चाहिए । हम जमीन से ही पोषण और भोजन प्रदान करते हैं। अगर हम गाय आधारित खेती करते हैं तो हम इन सभी चीजों जैसे गाय के गोबर, गोमूत्र, नीम, डेटा से दवा, भोजन, कीटनाशक बनाते हैं।
जिनके पास बड़ी जगह नहीं है, वे इसे छोटी सी जगह में कर सकते हैं। जिसे हम मल्टी लेयर फॉर्मिंग कहते हैं। जहां हम एक ही समय में अलग-अलग फसल तैयार करते हैं। इसका वैज्ञानिक अध्ययन बड़ा है। लेकिन जो मिट्टी की परत है। जैसे लता होती है, फसलें होती हैं जो मिट्टी पर तैयार होती हैं, अगर हम गहराई में जाएं, तो यह एक अलग फसल है, तो हम एक छोटी सी जगह में बहुत अच्छा कर सकते हैं। साथ ही इसे हम घर की छत पर भी कर सकते हैं इसलिए जहां चाह होती है वहां रास्ता आसानी से निकल आता है। अभी तक इसमें सरकार से कोई मदद नहीं ली है. लेकिन जो किसान इसमें आगे आना चाहते हैं और सरकार उनकी मदद कर रही है तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में खेती में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
Chemical Free Farming: रासायनिक मुक्त खेती का हिस्सा बनें
स्नेह लता ने कहा कि कई लोग कैंसर से पीड़ित थे. जिसकी रिपोर्ट में केमिकल की मात्रा अधिक पाई गई। पिता ने सिखाया कि दूसरों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए और अधिक काम किया जा सकता है। मुझे देखकर अब मेरा बेटा राज काम कर रहा है। वे प्रकृति प्रेमी भी हैं, इसलिए यह सिलसिला निरंतर चलता रहता है। चूंकि हम रासायनिक मुक्त खेती की मिसाल बनना चाहते हैं, इसलिए हमें खुद आगे आना होगा। यह मेरे लिए एक उपलब्धि है कि कई लोग रसायन मुक्त खेती का हिस्सा बने।
जैविक खेती से होने वाले लाभ
- भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हो जाती है।
- सिंचाई अंतराल में वृद्धि होती है।
- रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होने से लागत में कमी आती है।
- फसलों की उत्पादकता में वृद्धि।
- बाज़ार में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ने से किसानों की आय में भी वृद्धि होती है |
Organic Farming In India : चार लाख से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन
देशभर में अभी तक 4 लाख 93 हजार 563 किसानों ने पंजीयन कराया है। इसके अलावा 15,717 कृषि समूहों ने जैविक उत्पाद बेचने के लिए आवेदन किया है। देशभर में जैविक खेती के उत्पाद बेचने के लिए उत्तराखंड के किसानों ने सबसे ज्यादा आवेदन किया है। राज्य के 1 लाख 62 हजार 876 किसानों ने आवेदन किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 60 हजार 023 किसानों ने आवेदन किया है। इस प्रकार जैविक उत्पाद बेचने के लिए 25 राज्यों के किसानों ने रूचि दिखाई है।
Organic Farming Market : एक लाख 42 हजार से ज्यादा उत्पादों का पंजीयन
अभी तक इस वेबसाईट पर 1 लाख 42 हजार 205 उत्पादों का पंजीयन कराया गया है। इसके लिए 7,763 खरीदारों ने इस वेबसाइट से जैविक उत्पाद खरीदने में रूचि दिखाई है। जैविक उत्पाद का 75 आपूर्तिकर्ता ने भी पंजीयन कराया है।
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