Ladli Behna Yojana: 2 लाख लाड़ली बहनो के कटे नाम, नहीं मिलेगा लाभ, हो गई छटनी ? जानिये क्या है पूरा मामला। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। चलिए जाने क्या है पूरी बात।
Ladli Behna Yojana
मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना एक बहुचर्चित लाभकारी योजनाओं में से एक मानी जाती है। आपको बता दे कि इस योजना का लाभ सितंबर 2023 में करीब 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं उठा रही थी। जबकि अब सिर्फ 1 करोड़ 29 लाख महिलाएं ही इसका लाभ उठा रही है। इस तरह यह कहा जा रहा है कि करीब 2 लाख महिलाएं अब इस योजना से वंचित हो गई है। चलिए जानते है, यह बात किसने उठाई है और महिलाएं कम होने का कारण क्या है।
यह भी पढ़े- शादी करने से पहले जान लें यह योजना, 10 लाख रु दे रही सरकार, जानिये क्या है योजना
लाभार्थियों की संख्या कम होने पर सवाल
लाभार्थियों की संख्या कम होने की बात कांग्रेस के विधायक उमंग सिंगार लेकर आए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर एक पोस्ट भी शेयर की है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि नई सरकार ने घटाई दो लाख लाडली बहना, छूटे विज्ञापनों की सच्चाई, और उन्होंने आगे लिखा की कर्ज का बोझ नहीं ढो पा रही विज्ञापन से बनी भाजपा सरकार, प्रदेश के लाखों लाडली बहनों से झूठ बोलकर वोट ले लिए और अब उनमें से 2 लाख बहनों की छटनी कर दी गई। चलिए जानते है इस छटनी का कारण बताते हुए भाजपा सरकार ने क्या प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा के नेता ने बताया संख्या कम होने का कारण
लाडली बहना योजना का लाभ उठा रही महिलाओं में से 2 लाख महिलाओं के नाम कम हो गए हैं। जिसको लेकर कांग्रेस के विधायक सवाल कर रहे है। जिसका जवाब देते हुए भाजपा के नेता आशीष अग्रवाल ने कहा कि कम से कम नेता प्रतिपक्ष की गरिमा के अनुरूप जांच परख कर आप प्रतिक्रिया देते। यानी कि उन्होंने कहा कि पहले आप इस बारे में जांच तो कर लेते उसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देते।
उन्होंने कहा की लाडली बहनों की संख्या कम होने की वास्तविक स्थिति पहले पता कर लीजिए। जिसमें उन्होंने एक पोस्ट शेयर किया और उसमें बताया कि 200000 महिलाएं कम होने का कारण है, मृत्यु, स्वेच्छा से लाभ का परित्याग, समग्र आधार लिंक ना होना, और 1 जनवरी 2024 को 60 वर्ष या उससे अधिक की आयु होने के कारण कई महिलाओं का नाम कटा है। इस तरह इन कारणों के आधार पर दो लाख के करीब महिलाओं के नाम कट गए हैं।