लाड़ली बहनो के लिए बड़ी खबर, इस दिन मिलेंगे 14वीं क़िस्त के पैसे, क्या बढ़ जाएगी राशि ? जानिए सीएम मोहन यादव का नया प्लान। जिससे बहनो को फायदा।
लाड़ली बहना योजना
मध्य प्रदेश की कल्याणकारी और बहुत चर्चित योजना है, लाडली बहना योजना। जिसका लाभ देश की लगभग 1.39 करोड़ महिलाएं उठा रही है। जिसमें आपको बता दे कि अभी तक 13 किस्ते आ चुकी है जो कि कुछ ही दिनों पहले ही महिलाओं के खाते में भेजी गई है। इसके साथ ही महिलाएं यह सोचने में पड़ गई है कि अब 14वीं किस्त कब आएगी।
आपको बता दे की महिलाओं को 1250 रुपए महीने मिल रहे हैं। जबकि शुरुआत में उन्हें₹1000 की राशि हर महीने की 10 तारीख को आती थी। लेकिन बीते कुछ महीनो से कुछ काम के चलते पैसा पहले ही महिलाओं के खाते में भेजा जा चुका है। लेकिन जैसा कि आपको पता है लोकसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं। इसके साथ ही सीएम का नया प्लान भी चलिए जानते हैं उसके बारे में।
सीएम मोहन यादव का प्लान
लाडली बहना योजना सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में छाई हुई है। सभी की निगाहें इस योजना पर टिकी हुई है। जैसा कि अभी लोकसभा चुनाव पूरा हुआ है। इसी के साथ लोग यह सोचने में पड़ गए क्या लाडली बहना योजना आगे भी ऐसे ही चलती रहेगी, और इसकी राशि कब बढ़ेगी, क्या समय पर इसका पैसा महिलाओं को मिलेगा ? तो आपको बता दें कि यह योजना अभी चली रही है, और जुलाई में 10 तारीख को अगली किस्त भी आ जाएगी।
जिसमें सीएम ने कहा है कि वह इस योजना को रिव्यू करेंगे। जिसमें आपको बता दे की या तो पैसा बढ़ाया जा सकता है या फिर जिनके नाम नहीं जुड़े हैं वह जोड़े जा सकते हैं। वही बंद करने की बात पर भी सीएम ने लोगों को चिंता छोड़ने के लिए कहा और बताया कि यह योजना चलती ही रहेगी। वहीं जिनके नाम नहीं जुड़े हैं वह भी जुड़ जाएंगे और इस योजना की राशि धीरे-धीरे 3000 तक पहुंचेगी। इसके बारे में स्वयं सीएम ने जानकारी दिया है। चलिए जानते हैं इस योजना का लाभ किन महिलाओं को मिल रहा है।
किन महिलाओं को मिलता है लाभ
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिये लाडली बहना योजना का लाभ किन महिलाओं को मिलेगा।
- वह महिला जिसका जन्म 1 जनवरी 1963 से 2000 के बीच में हुआ है।
- वह महिला जो मध्य प्रदेश की स्थानीय निवासी है।
- वह महिला जिनके परिवार की आय ढाई लाख से कम है।
- वह महिला जिनके परिवार के पास 5 एकड़ से कम जमीन है।
- वह महिला जो कि शादीशुदा है या फिर विधवा, तलाकशुदा या परित्याग्यता की श्रेणी में आती हो।
- वह महिला जिसके परिवार में कोई सरकारी नौकरी ना करता हो और वह टैक्सपेयर ना हो।
- वह महिलाएं जिनके घर में चार पहिया वाहन जैसे की ट्रैक्टर कर आदि ना हो।