Holika Dahan 2024: आओ जलाएं कंडो की होली, नहीं होगा वायु प्रदूषण, यहां जाने पर्यावरण प्रदूषण करने से कैसे बचे। ताकि वायु में ना फैले जहरीली हवा।
होलिका दहन 2024
आज 24 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। जिसकी तैयारी जोरों से लगी है। होलिका दहन की मुहूर्त की बात की जाए तो रात के 11:13 के बाद होलिका दहन किया जा सकता है। क्योंकि उससे पहले भद्राकाल रहेगा। इसीलिए अभी समय है होलिका की तैयारी करने का। जिसमें आपको बता दे की मध्य प्रदेश के शहडोल में आओ जलाएं कंडो की होली अभियान तेजी से चल रहा है। जिसमें वह कंडे से होलिका दहन करने वाले है। क्योंकि लकड़ी से होलिका दहन करने पर वायु प्रदूषण होता है।
बता दे कि लकड़ी जलाने पर वायु जनित प्रदूषण गैस से निकलती है। तब आइये जानते हैं अगर गोबर के कंडे की होली जलाई जाती है तो इससे क्या-क्या फायदे होते हैं।
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आओ जलाएं कंडो की होली
गोबर के कंडे से अगर होलिका दहन किया जाता है तो इससे कई तरह के फायदे हैं। वहीं अगर लकड़ी जलाकर होलिका दहन किया जाता है तो इसमें पेड़ों की कटाई होती है और जलाऊं लकड़ी जलाने से वायु प्रदूषण होता है। तब आइये निम्न बिंदुओं के अनुसार जानें गोबर के कंडे को जलाने से होने वाले फायदे।
- गाय के गोबर का कंडा अगर हम जलाते हैं तो इससे कीटाणु नष्ट होते हैं।
- साथ ही कंडा कांड जब जल जाता है तो जो उससे राख निकलती है उसे फसलों में छिड़क सकते हैं यह एक तरह का जैव कीटनाशक के रूप में काम करेगा।
- कंडे का इस्तेमाल करने लगेंगे तो पेड़ों की कटाई कम हो जाएगी। जिससे हरे पेड़ों की संख्या बढ़ने लगेगी।
- कंडे को जलाने से प्रदूषण कम होगा।