Holi Special: होली पर इस फूल को पानी में डालकर नहाने से चमक जाएगी आपकी किस्मत, शनि की साढ़ेसाती-ढैय्या का भी नहीं पड़ेगा कोई दुष्प्रभाव आइये आपको बताते हैं की आप कैसे कर सकते हैं इसका इस्तेमाल।
पौधों की पूजा का होता है विशेष महत्व
हिंदू धर्म में बहुत सारे पेड़-पौधों की पूजा करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी कई तरह के पेड़-पौधों की पूजा करने से हमारे जीवन में हमें विशेष लाभ होते हैं। लेकिन कई पेड़-पौधे ऐसे भी होते हैं जिनके फूल बहुत ही चमत्कारी होते हैं। आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं पलाश के फूल के बारे में। पलाश को एक बहुत ही चमत्कारिक फुल माना जाता है। यह फूल आपकी किस्मत बदलने में कारगर साबित हो सकता है। इस फूल का होली पर उपयोग करने से जीवन पर बहुत ही अच्छा असर पड़ता है। यह फूल दिखाने में इतना सुंदर होता है कि आप इसे देखते ही रह जाएंगे। यह फूल औषधि गुणों से भी भरपूर होता है जिस कारण लोग फूल को बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं। पलाश का फूल दो रंगों में पाया जाता है सफेद और लाल। सफेद पलाश का फूल भगवान शंकर को बहुत ही ज्यादा प्रिय होता है, वहीँ लक्ष्मी देवी को भी लाल पलाश बहुत ही ज्यादा प्रिय होता है। इस फूल के उपयोग करने से आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होने लगता है। आइये आज आपको बताते हैं कि आप इस फूल का प्रयोग किस तरह कर सकते हैं।
इस पुष्प के स्नान से होंगे अनेकों फायदे
ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार होली पर पलाश के पुष्प का बहुत ही ज्यादा महत्व माना जाता है, जो भी व्यक्ति पलाश के फूल को पानी में डालकर नहाता है उसकी कुंडली में ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं जो व्यक्ति इस पुष्प का उपयोग अपने घर में करता है उसके घर में सुख-समृद्धि, धन, वैभव और आनंद की प्राप्ति होती है। इस पुष्प को धन की देवी मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित किया जाता है। जिससे आपको जीवन में बहुत ही लाभ होते हैं और आपके जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं। यदि आप भी होली में इस पुष्प से स्नान करते हैं तो आपके जीवन में भी कोई प्रकार की कठिनाई कभी नहीं आएगी और आपको शनि की साढ़ेसाती और ढैया जैसी चीजों से भी मुक्ति मिल जाएगी।
औषद्धि माना जाता है ये फूल
पलाश का फूल औषधि गुणों की भी खान होता है। इसे कई बीमारियों के लिए वरदान माना जाता है। पलाश का फूल आयुर्वेद में काफी उपयोग में आता है। इससे पेट दर्द तुरंत ही गया गायब हो जाता है साथ ही त्वचा संबंधित कई बीमारियां भी दूर होती है। पलाश के पुष्प को पेस्ट बनाकर होली में लगाने से आपको कोई भी बीमारी नहीं छु पाएगी और आप इसके पुष्प का रंग बनाकर भी होली में गुलाल के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपको तो त्वचा संबंधी किसी भी बीमारी का सामना नहीं करना होगा।
जानिए क्या है तोड़ने के नियम
हिंदू धर्म में पलाश का फूल सुख-समृद्धि और धन, वैभव के आगमन का प्रतीक माना जाता है। पलाश के फूल को तोड़ने के कई नियम दिए गए हैं। पलाश के फूल को शुक्रवार को कभी भी नहीं तोड़ना चाहिए। यदि आप इस शुक्रवार को माता लक्ष्मी को अर्पित करना चाहते हैं तो आप सफेद पलाश को तोड़कर मां लक्ष्मी पर अर्पित कर सकते हैं। एकादशी को जो भी व्यक्ति इस पुष्प से भगवान श्री कृष्ण को होली खिलाता है उसे अपने जीवन में सौभाग्य और धन की प्राप्ति होती है। इस फूल को आकर्षण का केंद्र भी माना जाता है जिस कारण यह फूल बहुत ही ज्यादा प्रचलित।