एक ऐसी अनोखी सच्ची घटना, जिसे सुन कर आपके रोंगटे खड़े हो जायगे, आज वास्तव में भूत-प्रेत दर्शन हो जायेगे, पढ़िए ये कहानी…आज आपके लिए इस ऐसी कहानी लेकर आए है जो की एक सच्ची घटना पर है। चलिए पढ़िए इस कहानी को।
भूत-प्रेत क्या होता है
कहाँ जाता है की अभी के समय में भी भूत-प्रेत का होना वास्तव है। माना जाता है कि भूत किसी मृत व्यक्ति की आत्मा होती है जो जीवित लोगों को दिखाई देती है। भूतों के चित्रण में महीन, पारदर्शी आकृतियों से लेकर अधिक यथार्थवादी और सजीव रूपों तक का समावेश होता है, और प्राचीन काल से ही भूत कई संस्कृतियों की लोककथाओं में दिखाई देते रहे हैं। वे अक्सर एकाकी होते हैं, और जीवन में उनके साथ जुड़े विशेष स्थानों या लोगों को परेशान करते हैं।
आज आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे है एक लड़का 2011–2012 में मैं डिप्लोमा सेकेंड ईयर में था और वो किराये पर एक घर में रहता था। बहार से आया था पढाई करने के लिए। और उसके साथ कोई भी नहीं रहता था। वो उस घर में अकेला रहता था पर उसके घर के बगल में दो लोग रहते थे। एक दिन वो रात में अकेला था और उसके घर के बगल में रहने वाले कही चले गए थे। उसी रात को वो मोबाइल में गाना चलाकर ड्राइंग बना रहा था। और रात को 1 बजे मैं गाना बंद करके सो गया । कुछ देर बाद मुझे महसूस हुआ कि 3 चुड़ैल मेरे कमरे में हैं। जिनमें से 2 चुड़ैलें खड़ी हो कर मुझे देख रही हैं और एक मेरे बिस्तर पर मेरे पीछे लेटी है मैं दायीं करवट लेटा था। चूंकि वो पूजा पाठ करता था इसलिए मेरी 6 वीं इंद्री एक्टिव हो गयी थी। और उसको उन चुड़ैल के चेहरे साफ नजर आ रहे है थे।
उसकी नींद खुल चुकी थी लेकिन वो बिना हिले डुले आंख बंद करके लेता हुआ था अगर वो दायीं करवट लेटा था। तो उसे पता था कि एक चुड़ैल मुझसे सट कर लेटी है अगर मैं पलटा तो उसका चेहरा मुझे दिख जायेगा और मुझे हार्ट हटैक भी हो सकता है। मेरे सारे शरीर के रोंगटे खड़े हो गये, बहुत खतरनाक डर लग रहा था।
फिर उसका अचानक दिमाग ने अपना काम किया और मन ही मन मैंने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू किया यकीन मानिए शंकर सुवन केसरी नंदन वाली लाइन तक पढ़ते ही उसका डर खत्म होने लगा और हनुमान चालीसा पूरा होते-होते वे भयानक चुड़ैल जा चुकी थीं। फिर तुरंत बगल पड़ी मोबाइल उठाया और हनुमान चालीसा चला दिया फिर कमरे की लाइट जलाया। उसके बाद उसको बहुत राहत मिली।
ये घटना ये सच्ची घटना पर आधारित है।