Gold Silver Price: सोने की कीमतों में रिकवरी हुई है। MCX पर सोना 51800 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं चांदी भी 62000 रुपये प्रति किलो को पार कर गई है. इस साल के निचले स्तर से सोने में काफी तेजी आई है और दिवाली से पहले यह महंगा हो गया है। ऐसे में क्या इस धनतेरस या दिवाली पर महंगे सोने-चांदी में निवेश करना समझदारी है? एक्सपर्ट्स प्रीमियम मेटल्स को लेकर बुलिश हैं और उनका कहना है कि गोल्ड और सिल्वर दोनों में शॉर्ट टर्म में रिटर्न कमाने का अच्छा मौका है। इसके पीछे उन्होंने 3 बड़े कारण बताए हैं।
सोना-चांदी में आपको कितना रिटर्न मिल सकता है
सर्राफा विशेषज्ञों का मानना है कि सोने को लेकर शॉर्ट टर्म सेंटीमेंट मजबूत है। इस दिवाली तक सोना 53000 रुपये का भाव दिखा सकता है. दिवाली तक चांदी का भाव 63000 रुपये और साल के अंत तक 65000 रुपये तक जा सकता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस महीने सोना 1720 डॉलर से 1750 डॉलर के भाव दिखा सकता है. वहीं चांदी में जल्द ही 20 डॉलर से 21 डॉलर का भाव देखने को मिलेगा
गोल्ड रिजर्व भी हुआ कम
रॉयटर्स को मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल की तुलना में भारत के उपभोक्ताओं के पास इस साल 10 फीसदी कम सोना है. एक अधिकारी ने रॉयटर्स न्यूज एजेंसी को बताया, “साल के इस समय में हर साल कुछ टन सोना बचा था. लेकिन इस बार यह किलो में है. धनतेरस और दिवाली के बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा. इस दौरान भारतीय बाजार में सोने की मांग बढ़ सकती है।
इन 3 वजहों से चढ़ेगा सोना
- IIFL के VP-रिसर्च (कमोडिटी एंड करंसी) अनुज गुप्ता का कहना है कि अल्पावधि में, सोने के लिए सकारात्मक ट्रिगर हैं। सबसे बड़ा ट्रिगर यह है कि सरकार ने प्लेटिनम पर आयात शुल्क 10.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15.4 प्रतिशत कर दिया है। हाल ही में प्लेटिनम पर आयात शुल्क में कमी के कारण आयातक प्लेटिनम के स्तर पर सोना मांग रहे थे। तब सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी से ज्यादा थी।
- लेकिन अब प्लेटिनम का आयात महंगा होने से सभी कीमती धातुएं मांग में आ जाएंगी। सोने का आयात भी कम होगा, जिससे घरेलू स्तर पर कीमतों को समर्थन मिलेगा। वहीं दूसरी ओर फेस्टिव सीजन की वजह से फिजिकल बॉय भी आ रहा है। धनरेत्र और दिवाली के मौके पर खरीदारी और बढ़ेगी।
- एक और बड़ा कारण यह माना जाता है कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अपनी मौद्रिक नीति को नरम रख सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस संबंध में दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों से भी आग्रह किया है। मौद्रिक नीति में नरमी से जहां डॉली इंडेक्स में कमजोरी आएगी वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा।
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