डॉक्टर भी मान गए हार इस पौधे के आगे, बुढ़ापा आपके पास भी भटक नहीं सकता है, पढ़िए इस पौधे के फायदे चलिए जानते इस पौधे के बारे में।
जानिए इस पौधे का नाम
जिस फल की बात कर रहे है उस पौधे का नाम अतिबला का पौधा है ,ये एक जंगली पौधा है जो की जंगलो में पाया जाता है। इसके कई तरह के अलग अलग फायदे है जो की कई तरह की बीमारी में काम आते है। इस पौधे में तरह तरह के विटामिन और मिनरल पाए जाते है जो की सेवन करने से आपका स्वस्थ अच्छा रहेगा है।
जाने अतिबला के पौधे के फायदे
इसका उपयोग सूजन, बवासीर, सूजाक के इलाज और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। जड़ और छाल में कामोत्तेजक, मधुमेहरोधी, ज्वरनाशक, कृमिनाशक, तंत्रिका टॉनिक और मूत्रवर्धक गुण होते हैं। यह हेमट्यूरिया और कुष्ठ रोग के इलाज में उपयोगी हो सकता है। अतिबला शरीर में जाकर एक एंटीडायबिटिक कंपाउंड का काम करता है इसके पत्तों का सेवन करने से शरीर इंसुलिन बनाने के लिए उत्तेजित हो जाता है, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर कम हो जाता है इसके अलावा इस औषधि का प्रतिदिन सेवन करने से आपके शरीर में जान आएगी और घोड़े जैसी फुर्ती रहेगी।
इस पौधे में कई तरह के फायदे देखने को मिलेगा इस पौधे के आगे डॉक्टर की सभी दवाई फेल है इस फल के सेवन से हजारों बीमारी होती है और काफी लम्बे समय तक रहे सकते है जवान।
कैसे उगता अतिबला का पौधा
इस पौधे की खेती करने के लिए सबसे इस के बीज की जरूरत होती है इसके बीज काला और हरा रंग होता है। इसके बीज आपको बीज भंडार से आपको आसानी से मिल जाएगा। इसके बीज को नर्सरी में तैयार को खेत में गड्डा कर पोधो को लगा दिया जाता है। इस पौधे को बड़ा होने में 3 से 4 महीने का समय लगता है।