Billionaire Barber: हम सभी बाल कटवाने और हजामत बनाने के लिए नाई के पास जाते हैं। आपने कई महंगे नाइयों को भी देखा होगा. यहां कई लग्जरी सैलून भी हैं, जो कटिंग और शेविंग के लिए काफी पैसे वसूलते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे नाई के बारे में बताने जा रहे हैं जो दौलत के मामले में बड़ों को मात देता है। यह नाई (अरबपति नाई) है। यह नाई बीएमडब्ल्यू, रोल्स रॉयस, जगुआर समेत 400 लग्जरी गाड़ियों का मालिक है। इतना पैसा होने के बाद भी वे आज भी कटिंग करते हैं।
जानिए कौन है ये नाई
हम जिस नाई के बारे में आपको बताने जा रहे हैं वह है बैंगलोर शहर के रमेश बाबू (Ramesh Babu)। रमेश बाबू के पिता पी गोपाल बैंगलोर में एक नाई थे। रमेश जब केवल 7 वर्ष के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था। पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी मां के कंधों पर आ गई, जिसमें रमेश समेत तीन बच्चे भी शामिल थे. Ramesh Babu की मां बच्चों का पेट पालने के लिए घरेलू सहायिका का काम करती थीं। रमेश बाबू की माँ 40 से 50 रुपये महीने कमाती थीं और इससे बच्चों की शिक्षा, भोजन और कपड़ों का भरण-पोषण होता था।
शुरुआत में बहुत दिक्कतें
माँ की मदद के लिए रमेश बाबू छोटे-मोटे काम करते थे, अखबार बाँटते थे और कभी-कभी दूध आदि बेचते थे। इसी के साथ रमेश बाबू ने काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी और 10वीं तक पढ़ाई पूरी की। लेकिन रमेश बाबू ने कभी हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत करते रहे।
इस प्रकार किया व्यवसाय शुरू
रमेश बाबू ने पढ़ाई छोड़कर पिता की दुकान चलाने का फैसला किया। दुकान का नाम “इनर स्पेस” रखा गया था। यह दुकान Ramesh Babu के स्कूल के पास एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में थी। कुछ ही दिनों में दुकान चालू हो गई। उन्होंने 1994 में कर्ज लेकर अपने लिए मारुति सुजुकी ओमनी कार खरीदी थी। निजी इस्तेमाल के लिए खरीदी गई इस कार के लिए उसके पास पैसे भी नहीं थे। वह 3 महीने से कर्ज नहीं चुका पा रहा था।
सफलता
Ramesh Babu की मां एक महिला के घर काम करती थी। महिला ने रमेश को कार किराए पर लेने का आइडिया दिया। शुरुआत में उन्होंने खुद एक कार किराए पर ली, उसके बाद धीरे-धीरे वह इस व्यवसाय में माहिर हो गए। जल्द ही उसे एहसास हुआ कि वह ऑटोमोबाइल रेंटल से लाभ कमा सकता है। उसी महिला की एक सलाह ने बदल दी रमेश बाबू की किस्मत।
सभी प्रकार के लग्जरी वाहनों के मालिक
रमेश बाबू के पास सिर्फ रॉल्स रॉयस ही नहीं बल्कि करीब 400 गाड़ियां हैं। इनमें से 120 लग्जरी कारें हैं। रमेश बाबू ने 38 लाख रुपये में पहली लग्जरी कार मर्सिडीज ई क्लास खरीदी। इसके बाद उन्होंने तीन और मर्सिडीज और 4 बीएमडब्ल्यू कारों को अपने बेड़े में शामिल किया, उनके पास दर्जनों टोयोटा इनोवा हैं। इसमें रोल्स-रॉयस सिल्वर घोस्ट, मर्सिडीज सी, ई और एस क्लास और बीएमडब्ल्यू 5, 6 और 7 सीरीज जैसे लग्जरी वाहन भी शामिल हैं। इतना ही नहीं, उनके बेड़े में आयातित मर्सिडीज वैन और टोयोटा मिनी बसें भी शामिल हैं।
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